
सीआईएमएस एवं यूआईएचएमटी के निदेशक श्री ललित जोशी की एक अभिनव पहल : एक बार फिर जरूरतमंदों के लिए शिक्षा का नया आयाम लेकर आए
देहरादून, 21 अप्रैल 2025: हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी (एचएनबीयूएमईयू) के तहत संचालित सीआईएमएस और यूआईएचएमटी द्वारा शुरू किया गया “सुपर 300 मिशन एजुकेशन” प्रोग्राम शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। यह योजना सीआईएमएस एवं यूआईएचएमटी के निदेशक ललित जोशी की एक अभिनव पहल है, जिन्होंने अपनी संस्था में इस प्रोग्राम को शुरू करने का बीड़ा उठाया है। ललित जोशी का लक्ष्य उत्तराखंड के युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि वे पैरामेडिकल और मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन सकें और राज्य के विकास में योगदान दे सकें। उनकी इस दूरदर्शी सोच को स्थानीय समुदाय और शिक्षा विशेषज्ञों ने व्यापक रूप से सराहा है, जो इसे एक सामाजिक उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।
पाठ्यक्रम और सुविधाएँ
इस प्रोग्राम के तहत विविध कोर्स उपलब्ध हैं, जो पैरामेडिकल और मैनेजमेंट के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करते हैं। पैरामेडिकल विभाग में बीएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (बीएमएलटी), बीएससी इन मेडिकल रेडियो डायग्नोसिस एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी (बीएमआरआईटी), बीएससी इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (बीएससी ओटीटी), और बीएससी ऑप्टोमेट्री जैसे पाठ्यक्रम शामिल हैं। मास्टर्स स्तर पर एमपीटी (मास्टर्स इन फिजियोथेरेपी), एमएससी न्यूरोलॉजी, और एमएससी माइक्रोबायोलॉजी जैसे विकल्प भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, मैनेजमेंट विभाग में बीबीए, बीएचए (हॉस्पिटैलिटी एंड एडमिनिस्ट्रेशन), बीएससी आईटी, बीए मास कम्युनिकेशन, और बीकॉम (ऑनर्स) जैसे कोर्स ऑफर किए जा रहे हैं। डिप्लोमा कोर्स में योगा, फिटनेस मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, और जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन जैसे विकल्प शामिल हैं।
ये कोर्स पैरामेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और उत्तराखंड सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, जो उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता और व्यावसायिक मान्यता को सुनिश्चित करते हैं। छात्रों को कोर्स चयन में सहायता, मुफ्त ट्यूशन फीस, व्यक्तिगत विकास कार्यशालाएँ, और प्लेसमेंट सहायता जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। प्लेसमेंट के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल्स, एचसीएल, रेडियस, और रामाडा जैसी प्रतिष्ठित कंपनियाँ भागीदार हैं, जो छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
आवेदन और उद्देश्य
“सुपर 300 मिशन एजुकेशन” का मुख्य उद्देश्य प्रतिभाशाली लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को मुफ्त शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है। यह पहल विशेष रूप से उत्तराखंड के ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों के युवाओं पर केंद्रित है, जहां शिक्षा और रोजगार के अवसर सीमित हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू हो चुकी है, और इच्छुक उम्मीदवार यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट (www.uimstdun.com) या पोस्टर पर दिए गए क्यूआर कोड के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए 10वीं और 12वीं के प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, और साक्षात्कार की आवश्यकता होगी।
निदेशक ललित जोशी की यह पहल न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य और प्रबंधन क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने में भी मदद करेगी। स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह कार्यक्रम उत्तराखंड के युवाओं को उनके सपनों को साकार करने का अवसर प्रदान करेगा। शिक्षा विशेषज्ञों ने इसे एक मॉडल पहल करार दिया है, जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है। हालांकि, कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि जागरूकता अभियान को और विस्तार देने और ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर आयोजित करने की आवश्यकता है ताकि अधिक से अधिक छात्रों तक यह जानकारी पहुँच सके।
श्री ललित जोशी के नेतृत्व में यह प्रोग्राम न केवल शैक्षिक सुधार का एक उदाहरण है, बल्कि सामाजिक समानता और आर्थिक विकास की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। उनकी दूरदर्शिता और समर्पण ने इस पहल को एक नई ऊँचाई दी है, जो आने वाले समय में उत्तराखंड के जरुरतमंद युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और लाभकारी साबित हो सकती है।