शुक्रवार को प्रशासनिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने नशीली दवाओं के उत्पादन में संलिप्त कंपनियों को चिन्हित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने फर्जी गोदामों और कागजों पर चल रही कंपनियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाने पर जोर दिया। डीएम के निर्देश पर सीओ सदर, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक और जिले के उद्योगों के वरिष्ठ प्रतिनिधि की तीन सदस्यीय संयुक्त टीम गठित कर ऐसे गोदामों और कंपनियों की जांच की गई। डीएम ने यह भी कहा कि प्रशासन किसी भी हालत में किसी भी कंपनी को निर्धारित कोटे से अधिक नशीली दवाएं और मादक पदार्थ नहीं देने देगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।