उत्तराखंड सरकार पुष्कर सिंह धामी सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 23 मार्च को ‘सेवा दिवस’ मनाएगी। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद धामी ने 23 मार्च 2022 को लगातार दूसरी बार राज्य के सीएम का पदभार संभाला। इस अवसर पर राज्य सरकार 22 से 25 मार्च तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई कार्यक्रम भी आयोजित करेगी। 23 मार्च को सेवा दिवस आयोजित करने का आदेश सीएम धामी ने बुधवार को वर्चुअल बैठक में अधिकारियों को दिया। सीएम नई दिल्ली से बैठक में शामिल हुए। सीएम ने कहा कि राज्य में 22 से 25 मार्च तक आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में जनसहभागिता के लिए भी प्रभावी पहल की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सेवा दिवस पर राज्य में ब्लॉक स्तर तक बहुउद्देश्यीय शिविरों का आयोजन किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि इस दिन स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएं, जिसमें जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि जन कल्याण से जुड़े इन कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही वे इस समय नई दिल्ली में हैं, लेकिन उनका दिल राज्य के विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में समाज के हर वर्ग और क्षेत्र के लोगों को शामिल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों की सफलता की कहानियों को आम लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन तीन वर्षों की अवधि में राज्य के विकास में कई नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता और सख्त नकल विरोधी अधिनियम जैसे ऐतिहासिक कानून लागू किए गए हैं, जिससे राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य का बजट एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के प्राकृतिक जल स्रोतों के संवर्धन के साथ ही नहरों, कुओं, नालों और झरनों के पुनरुद्धार के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने आगामी ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर पूरे राज्य में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव प्रदीप पंत, पीएस एल फैनई, आरके सुधांशु, पीएस आर मीनाक्षी सुंदरम, डीजीपी दीपम सेठ, सचिव, सभी विभागों के प्रमुख और राज्य आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिला आदि उपस्थित थे।